वडोदरा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पिच रिपोर्ट – आइए इस पोस्ट में जानते है की वडोदरा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पिच रिपोर्ट क्या है। वडोदरा क्रिकेट स्टेडियम पिच रिपोर्ट और सभी मैच आँकड़े(T20, वनडे और टेस्ट) :-
वडोदरा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम
वडोदरा का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, जिसे कोटाम्बी स्टेडियम के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय क्रिकेट का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह स्टेडियम अपनी ऐतिहासिक विरासत और बेहतरीन क्रिकेटिंग सुविधाओं के लिए जाना जाता है। वडोदरा, गुजरात में स्थित यह ग्राउंड घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों की मेजबानी करता है।
नाम | वडोदरा का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम |
स्थान | कोटांबी, वडोदरा, गुजरात |
स्थापना | दिसंबर 2024 |
दर्शकों को बैठने की क्षमता | अनुमानित 35,000 दर्शक |
पहला T20 मैच | – |
पहला वनडे मैच | 22 दिसंबर 2024 |
पहला टेस्ट मैच | – |
पवेलियन | उत्तर छोर और दक्षिण छोर |
होम टीम | इंडिया |
मालिक | बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन |
वडोदरा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम पिच रिपोर्ट 2024
कोटांबी स्टेडियम वडोदरा पिच रिपोर्ट – वडोदरा के इस मैदान की पिच आमतौर पर बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए संतुलित मानी जाती है। यहां की पिच का प्रदर्शन मौसम, मैच फॉर्मेट और तैयारी के स्तर के आधार पर बदलता है।
- पिच का मिजाज (Test Matches):
टेस्ट क्रिकेट में यह पिच धीरे-धीरे टूटती है, जिससे शुरुआत में बल्लेबाजों को फायदा मिलता है। जैसे-जैसे दिन बढ़ते हैं, स्पिन गेंदबाजों को अधिक मदद मिलने लगती है। - वनडे और टी20 मैचों में पिच का प्रदर्शन:
छोटे प्रारूपों में यह पिच आमतौर पर बल्लेबाजी के लिए अनुकूल होती है। शुरुआती ओवरों में सीम और स्विंग देखने को मिल सकती है, लेकिन जैसे-जैसे पिच गर्म होती है, बल्लेबाज खुलकर शॉट खेल सकते हैं। - स्पिनर्स का रोल:
यहां की पिच पर स्पिनर्स को बीच के ओवरों में मदद मिलती है, खासकर तब जब पिच पर सूखापन हो। गेंद अच्छी तरह से ग्रिप करती है, जिससे टर्न प्राप्त करना आसान हो जाता है।
मौसम और उसकी भूमिका:
वडोदरा का मौसम भी पिच के स्वभाव पर प्रभाव डालता है।
- सर्दी का मौसम: ठंडे मौसम में गेंदबाजों, खासकर तेज गेंदबाजों को सुबह की नमी का फायदा मिलता है।
- गर्मी का मौसम: गर्म मौसम में पिच जल्दी सूख जाती है, जिससे बल्लेबाजों और स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलती है।
- मानसून के बाद: बारिश के बाद की पिच धीमी हो सकती है, जिससे गेंद ग्रिप करने में स्पिनर्स को मदद मिलती है।
औसत स्कोर:
वडोदरा में खेले गए मैचों का औसत स्कोर फॉर्मेट के अनुसार अलग-अलग होता है:
- वनडे: 260-280 रन एक अच्छा स्कोर माना जाता है।
- टी20: 150-170 रन चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
- टेस्ट: पहली पारी में 300+ रन बनाना एक मजबूत स्थिति मानी जाती है।
खिलाड़ियों की रणनीति:
- बल्लेबाजों के लिए टिप्स: शुरुआती ओवरों में स्विंग और सीम को संभलकर खेलें। मिडिल ओवरों में स्पिनर्स को आक्रमण के बजाय धैर्य से खेलें।
- गेंदबाजों के लिए टिप्स: तेज गेंदबाज शुरुआत में बाउंस और स्विंग का फायदा उठाएं। स्पिनर्स अपनी विविधताओं का उपयोग करके बल्लेबाजों को फंसाने की कोशिश करें।
वडोदरा अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के आँकड़े
आँकड़े | टी20 | वनडे | टेस्ट |
---|---|---|---|
कुल मैच | – | 2 | – |
पहले बल्लेबाजी करते हुए जीता | – | 2 | – |
पहले गेंदबाजी करते हुए जीता | – | 0 | – |
औसत पहली/तीसरी पारी | – | 336 | – |
औसत दूसरी/चौथी पारी | – | 173 | – |
अधिकतम स्कोर | – | 358/5 (50 Ovs) By INDW vs WIW | – |
न्यूनतम स्कोर | – | 103/10 (26.2 Ovs) By WIW vs INDW | – |
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